WWW Kya Hai? वर्ल्ड वाइड वेब की पूरी जानकारी 2025 Guide
Last Updated on 3 weeks by Kashif Rahman
WWW Kya Hai: WWW का मतलब वर्ल्ड वाइड वेब है . यह एक वैश्विक सूचना प्रणाली है जो इंटरनेट पर हाइपरलिंक्ड वेब पेजों के माध्यम से जानकारी और सेवाएं प्रदान करता है। यह वेब ब्राउज़रों का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं को सामग्री देखने और इंटरएक्ट करने की अनुमति देता है।ये सामाग्री अलग अलग प्रारूप में हो सकती है ,जिसमे टेक्स्ट,इमेज ,ऑडियो ,वीडियो शामिल है।
WWW Kya hai? के इस post में हम World Wide Web के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
WWW Kya hai?
WWW Kya hai : वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) एक प्रणाली है जो हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज़ों को इंटरनेट पर एक्सेस करने की सुविधा प्रदान करती है। इसका आविष्कार टिम बर्नर्स-ली ने 1989 में किया था। यह प्रणाली वेब ब्राउज़रों के माध्यम से संचालित होती है, जो उपयोगकर्ताओं को वेब पेजों को खोजने, देखने और उन पर नेविगेट करने की अनुमति देती है।
जब हम किसी वेबसाइट को खोलना चाहते हैं तो ब्राउज़र के एड्रेस बॉक्स में यूआरएल टाइप कर देते हैं। ब्राउज़र प्रोग्राम सर्वर तक पहुंच जाती है जहाँ पर उस वेबसाइट का फाइल स्टोर रहता है।
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का इतिहास

WWW Kya hai : वर्ल्ड वाइड वेब, जिसे संक्षेप में WWW या वेब कहा जाता है, का इतिहास बहुत ही रोचक और तकनीकी प्रगति से भरा हुआ है। यह इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी को एक्सेस और साझा करने का सबसे लोकप्रिय तरीका है। आइए इसके इतिहास पर एक नजर डालते हैं:
शुरुआत
- 1989: वर्ल्ड वाइड वेब का आविष्कार टिम बर्नर्स-ली ने किया था, जो कि यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (CERN) में काम कर रहे थे। उन्होंने एक प्रोजेक्ट प्रस्तावित किया जिसका नाम “इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट: ए प्रपोज़ल” था, जिसमें उन्होंने हाइपरटेक्स्ट सिस्टम का वर्णन किया था।
- 1990: टिम बर्नर्स-ली ने पहला वेब ब्राउज़र और वेब सर्वर विकसित किया। वेब ब्राउज़र का नाम वर्ल्ड वाइड वेब था, और वेब सर्वर का नाम नेक्सस था।
- 1991: अगस्त में, वर्ल्ड वाइड वेब को सार्वजनिक रूप से उपयोग के लिए उपलब्ध कराया गया। इस समय तक, यह तकनीक केवल CERN के वैज्ञानिकों के बीच ही उपयोग हो रही थी।
विस्तार और प्रगति
- 1993: मोज़ेक नामक वेब ब्राउज़र लॉन्च हुआ, जिसे नेशनल सेंटर फॉर सुपरकंप्यूटिंग एप्लिकेशन्स (NCSA) में विकसित किया गया था। मोज़ेक ने वेब ब्राउज़िंग को लोकप्रिय बनाया और ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस (GUI) की वजह से यह बहुत सफल हुआ।
- 1994: नेटस्केप नेविगेटर वेब ब्राउज़र लॉन्च हुआ, जिसने वेब के उपयोग को और भी सरल और लोकप्रिय बना दिया।
- 1995: इंटरनेट एक्सप्लोरर ब्राउज़र लॉन्च हुआ, जिसे माइक्रोसॉफ्ट ने विकसित किया था।
आधुनिक युग
- 2000 के बाद: वेब तकनीकों में भारी उन्नति हुई। नए ब्राउज़र जैसे गूगल क्रोम, फायरफॉक्स, और सफारी आए। साथ ही, HTML5 और CSS3 जैसी नई वेब तकनीकों ने वेब पेजों को और भी इंटरएक्टिव और उपयोगकर्ता-मित्रवत बनाया।
- सोशल मीडिया: 2000 के दशक में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, और इंस्टाग्राम ने वेब के उपयोग को और भी बढ़ाया।
- ई-कॉमर्स: अमेज़न, ईबे, और अन्य ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों ने इंटरनेट को व्यापार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया।
WWW के घटक
वर्ल्ड वाइड वेब ने सूचना के आदान-प्रदान, संचार, शिक्षा, और व्यापार के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। यह लगातार विकसित हो रहा है और नई-नई तकनीकों और अवधारणाओं को अपना रहा है, जिससे यह और भी प्रभावशाली और उपयोगी बनता जा रहा है।
WWW की विशेषताएं
WWW Kya hai : वर्ल्ड वाइड वेब की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
- सूचना का विशाल भंडार: इंटरनेट पर विभिन्न विषयों और क्षेत्रों की जानकारी उपलब्ध है। इसे विश्व का सबसे बड़ा ज्ञानकोश माना जा सकता है।
- तत्काल पहुंच: इंटरनेट के माध्यम से आप किसी भी जानकारी को तुरंत प्राप्त कर सकते हैं। खोज इंजन और वेबसाइट्स की मदद से जानकारी आसानी से खोजी जा सकती है।
- दूरसंचार और संपर्क साधन: इंटरनेट ने संचार को सरल और तेज बना दिया है। ईमेल, चैट, वीडियो कॉल आदि के माध्यम से लोग विश्वभर में कहीं भी संपर्क कर सकते हैं।
- ई-कॉमर्स और ऑनलाइन व्यापार: इंटरनेट ने व्यापार के तरीकों में क्रांति ला दी है। अब ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग और ट्रेडिंग बहुत ही आसान हो गया है।
- शिक्षा और ई-लर्निंग: इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न ऑनलाइन कोर्स, वेबिनार और शैक्षिक सामग्री उपलब्ध हैं, जिससे किसी भी विषय में शिक्षा प्राप्त करना संभव हो गया है।
- मनोरंजन: इंटरनेट पर असीमित मनोरंजन साधन उपलब्ध हैं, जैसे कि वीडियो, संगीत, गेम्स, और सोशल मीडिया।
- सोशल नेटवर्किंग: सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से लोग अपने मित्रों और परिवार से जुड़े रह सकते हैं, नए लोगों से मिल सकते हैं और विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं।
- नौकरी और कैरियर के अवसर: इंटरनेट के माध्यम से नौकरी के अवसरों की खोज, ऑनलाइन आवेदन और कैरियर से संबंधित जानकारी प्राप्त करना संभव है।
- क्लाउड सेवाएँ: डेटा स्टोरेज और प्रोसेसिंग के लिए क्लाउड सेवाएँ उपलब्ध हैं, जिससे डेटा कहीं से भी एक्सेस और मैनेज किया जा सकता है।
- व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास: इंटरनेट पर विभिन्न टूल्स और रिसोर्सेज उपलब्ध हैं, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास में मदद करते हैं।
WWW के घटक
वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) के मुख्य घटक निम्नलिखित हैं:
1. वेब ब्राउज़र (Web Browser)
- परिभाषा: वेब ब्राउज़र एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन है जो उपयोगकर्ताओं को वेब पेजों को एक्सेस करने, देखने और इंटरैक्ट करने की सुविधा प्रदान करता है।
- उदाहरण: Google Chrome, Mozilla Firefox, Microsoft Edge, Safari, Opera आदि।
- कार्य: यह HTML, CSS, और JavaScript को प्रोसेस करके वेब पेजों को डिस्प्ले करता है।
2. वेब सर्वर (Web Server)
- परिभाषा: वेब सर्वर एक कंप्यूटर सिस्टम है जो वेब पेजों और अन्य संसाधनों को स्टोर करता है और उपयोगकर्ताओं के अनुरोधों का जवाब देता है।
- उदाहरण: Apache, Nginx, Microsoft IIS आदि।
- कार्य: यह HTTP प्रोटोकॉल का उपयोग करके ब्राउज़र के साथ संचार करता है और वेब पेजों को डिलीवर करता है।
3. सर्च इंजन (Search Engine)
- परिभाषा: सर्च इंजन एक वेब-आधारित टूल है जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर जानकारी खोजने में मदद करता है।
- उदाहरण: Google, Bing, Yahoo, DuckDuckGo आदि।
- कार्य: यह वेब पेजों को क्रॉल करता है, उन्हें इंडेक्स करता है, और उपयोगकर्ता के क्वेरी के आधार पर प्रासंगिक परिणाम प्रदर्शित करता है।
4. URL (Uniform Resource Locator)
- परिभाषा: URL एक वेब एड्रेस है जो किसी विशिष्ट वेब पेज या संसाधन को दर्शाता है।
- संरचना:
- प्रोटोकॉल: जैसे HTTP या HTTPS
- डोमेन नाम: जैसे www.example.com
- पथ: जैसे /about-us
- उदाहरण: https://www.example.com/about-us
5. HTTP/HTTPS (HyperText Transfer Protocol)
- परिभाषा: HTTP वेब सर्वर और ब्राउज़र के बीच डेटा ट्रांसफर करने का प्रोटोकॉल है। HTTPS इसका सुरक्षित संस्करण है।
- कार्य: यह अनुरोध (Request) और प्रतिक्रिया (Response) के माध्यम से कार्य करता है।
6. HTML (HyperText Markup Language)
- परिभाषा: HTML वेब पेजों की संरचना बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली मार्कअप भाषा है।
- कार्य: यह टेक्स्ट, इमेज, लिंक, और अन्य एलिमेंट्स को व्यवस्थित करता है।
7. वेब पेज (Web Page)
- परिभाषा: वेब पेज एक HTML डॉक्यूमेंट है जो वेब ब्राउज़र में डिस्प्ले होता है।
- प्रकार:
- स्टेटिक वेब पेज: जो सर्वर पर स्टोर रहता है और बदलता नहीं है।
- डायनामिक वेब पेज: जो उपयोगकर्ता के इंटरैक्शन के आधार पर बदलता है।
8. हाइपरलिंक (Hyperlink)
- परिभाषा: हाइपरलिंक एक क्लिक करने योग्य लिंक है जो एक वेब पेज से दूसरे वेब पेज या संसाधन से जोड़ता है।
9. कुकीज़ (Cookies)
- परिभाषा: कुकीज़ छोटे टेक्स्ट फाइल्स होते हैं जो ब्राउज़र द्वारा स्टोर किए जाते हैं।
- कार्य: यह उपयोगकर्ता की प्राथमिकताओं और सत्र (Session) की जानकारी स्टोर करते हैं।
10. वेब होस्टिंग (Web Hosting)
- परिभाषा: वेब होस्टिंग एक सेवा है जो वेबसाइट के फाइल्स और डेटा को स्टोर करती है।
- प्रकार: शेयर्ड होस्टिंग, VPS, डेडिकेटेड सर्वर, क्लाउड होस्टिंग आदि।
11. डोमेन नाम सिस्टम (DNS)
- परिभाषा: DNS एक सिस्टम है जो डोमेन नाम (जैसे www.example.com) को IP एड्रेस में बदलता है।
- कार्य: यह उपयोगकर्ताओं को वेबसाइट तक पहुँचने में मदद करता है।
12. क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud Computing)
- परिभाषा: क्लाउड कंप्यूटिंग इंटरनेट के माध्यम से डेटा स्टोरेज और प्रोसेसिंग की सेवा प्रदान करता है।
- उदाहरण: AWS, Google Cloud, Microsoft Azure आदि।
इसे भी पढ़ें-
- Internet kya hai?- A Beginner’s Guide to the World Online
- Discovering what is Web Browser in Hindi: Surfing Simplified
- Demystifying VPN: जानिए VPN kya hai और कैसे काम करता है?
वर्ल्ड वाइड वेब का कार्य सिद्धांत
हाइपरटेक्स्ट और HTML
वर्ल्ड वाइड वेब का मुख्य आधार हाइपरटेक्स्ट है, जो कि एक विशेष प्रकार का टेक्स्ट है जो लिंक के माध्यम से अन्य दस्तावेज़ों से जुड़ा होता है। HTML (HyperText Markup Language) हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज़ों को बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली प्राथमिक भाषा है। HTML टैग्स का उपयोग करके वेब पेजों की संरचना निर्धारित की जाती है।
HTTP प्रोटोकॉल
HTTP (HyperText Transfer Protocol) वर्ल्ड वाइड वेब पर डेटा के आदान-प्रदान का प्रमुख प्रोटोकॉल है। यह सर्वर और क्लाइंट (ब्राउज़र) के बीच संचार स्थापित करता है। HTTP अनुरोध (requests) और प्रतिक्रिया (responses) के माध्यम से कार्य करता है।
URL
URL (Uniform Resource Locator) एक वेब एड्रेस है जो किसी विशेष वेब पेज को दर्शाता है।इसके तीन भाग होतें हैं।
- प्रोटोकॉल,
- डोमेन नाम
- Path

वर्ल्ड वाइड वेब का महत्व
सूचना का लोकतंत्रीकरण
वर्ल्ड वाइड वेब ने सूचनाओं के लोकतंत्रीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब किसी भी व्यक्ति के पास दुनिया की जानकारी तक पहुंच हो सकती है, चाहे वह कहीं भी हो।
शिक्षा और अनुसंधान
वेब ने शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। विभिन्न शैक्षिक सामग्री, शोध पत्र, और ऑनलाइन कोर्स अब आसानी से उपलब्ध हैं।
व्यवसाय और व्यापार
वर्ल्ड वाइड वेब ने व्यवसाय और व्यापार के नए अवसर खोले हैं। ई-कॉमर्स, डिजिटल मार्केटिंग, और ऑनलाइन सेवाओं ने व्यवसाय करने के तरीके को बदल दिया है।
वर्ल्ड वाइड वेब की चुनौतियाँ
सुरक्षा और गोपनीयता
वेब पर सुरक्षा और गोपनीयता बड़ी चुनौतियाँ हैं। साइबर अपराध, हैकिंग, और डेटा चोरी जैसे खतरे हमेशा बने रहते हैं।
विश्वसनीयता
वेब पर उपलब्ध जानकारी की विश्वसनीयता एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। फर्जी खबरें और गलत जानकारी का प्रसार एक गंभीर समस्या है।
Conclusion
WWW Kya hai : वर्ल्ड वाइड वेब ने हमारे जीवन के कई पहलुओं को बदल दिया है। यह सूचना, शिक्षा, व्यवसाय और संचार का एक प्रमुख माध्यम बन गया है। हालांकि, इसके साथ आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए निरंतर प्रयास की आवश्यकता है।